वर्ष 2013 में मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् के अंतर्गत भोजपुरी साहित्य अकादमी का गठन किया गया है। जिसका उद्देश्य है प्रदेश, देश और विश्व में निवासरत भोजपुरी साहित्य , संस्कृति, कला, एवं नाटक आदि के आंचलिक , लोकपरक और समकालीन रचनात्मकता और आयामों को शीर्षस्थ एवं स्तरीय प्रदान किया जाए।
भोजपुरी साहित्य संस्कृति के संरक्षण, और प्रोत्साहन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भोजपुरी साहित्य अकादमी निरंतर कार्यरत है। वृहद भोजपुरी क्षेत्र के अन्तर्गत अकादमी भोजपुरी क्षेत्र और उसकी पड़ोस की भाषाओं और बोलियों जिनमें परस्पर भाषिक और सांस्कृतिक आवाजाही बनी हुई है यथा मैथिली, मागधी, अर्धमागधी, नागपुरिया, हिन्दी, अवधी और ब्रज आदि के सांस्कृतिक-साहित्यिक सान्निघ में कार्यरत है।